नवोपक्रम (Innovative Program)

  1. शब्द ज्ञान वृद्धि उपक्रम :  हिंदी विभाग का हमेशा यह प्रयास रहा हैं कि छात्रों का भाषिक ज्ञान वृद्धिंगत होता रहे। इस दृष्टि से विभाग ने दो अभिनव उपक्रम शुरु किए हैं।
  2. आओ भाषा सीखेंऔरअल्फाज--बयांइन दोनों उपक्रमों के अंतर्गत प्रतिदिन एक शब्द हिंदी, मराठी, उर्दु और अंग्रेजी इन चार भाषांओं में छात्रों के सामने रखा जाता है। इस उपक्रम से छात्रों समेत अध्यापकों तथा कर्मचारियों के शब्दज्ञान में वृद्धि हो रही हैं। 14 सितंबर हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी पखवडा मनाया जाता है। उसके अंतर्गत विभागद्वारा विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। छात्रो द्वारा लिखित तथा संपादितआराधनानामक भित्तिपत्रिका, बहुभाषी कवि सम्मेलन एवं व्याख्यान आदि का आयोजन किया जाता है।
  3. हिंदी विभाग का अपना ब्लॉग बनाया गया है, जिसपर हिंदी विभाग की संपूर्ण जानकारी, विभाग के कार्यक्रम, शैक्षिक तथा अन्य गतिविधीयों को तुरंत देखा जा सकता है।
  4. अभ्यास पूरक उपक्रम हिंदी विभाग में आजीवन विस्तार एवं अध्ययन विभाग शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर काहिंदी अनुवादअभ्यासक्रम शुरु किया गया है।
  5. WhatsAap ग्रुप : शैक्षिक वर्ष 2020-21 से बी.. भाग-1/2/3 के लिए ऑनलाइन अध्यापन प्रक्रिया की शुरुआत की गई है। कक्षा के अनुसार छात्र-छात्राओं के WhatsAap ग्रुप बनाए है। इसी के जरिए ऑडिओ, व्हिडिओ, संदर्भ साहित्य, व्याख्यान, टिप्पण, यूट्युब लिंक्स, प्रश्नपत्र आदि द्वारा अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया सुचारु रुप से जारी है।
  6. अध्ययन स्त्रोत - आधुनिक इलेक्ट्रानिक्स तथा डिजिटल तकनिकी प्रणाली के मद्देनजर हिंदी विभाग में निम्नलिखित शिक्षा सुविधाएँ उपलब्ध है। (1) -जर्नल्स : 4 (2) पी.पी.टी. बँक:6 (3) यु-ट्युब व्हिडिओज् और ऑडिओज् : 5 (4) ब्लॉग : 1
  7. अंतर्गत मूल्यांकन पद्धति : छात्रों के मूल्यांकन के लिए प्रश्नपत्र संच बँक, ओपन बुक एक्झाम, पूर्व परीक्षा, मौखिक परीक्षा, सेमीनार, प्रोजेक्ट, सरप्राइज टेस्ट आदि का अवलंब किया जाता है। तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए महाविद्यालय द्वारा अंतर्गत मूल्यांकन बुक बनाई है जिसमें छात्र सेमीनार तथा प्रोजेक्ट का लेखन करते है। 

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